आत्मनिर्भर हम बोलो वंदे मातरम

आत्मनिर्भर हम बोलो वंदे मातरम
हम से बेहतर हम
बोलो वंदे मातरम।।

शून्य मे संभावना आता है हमे देखना
विश्व विद्यालय तक्षशीला
विश्व को पहिला मिला
शल्य शुश्रुत प्रदान है
दुनिया के लिये वरदान है
जग को हमने सीखाया
वसुधैव कुटुंब कम।।1।।

योग रामबाण है
सदियोंका ये ज्ञान है
ताज अपना ताजमहाल
हुनर की पहचान है
जाना जगदीश से
पौधो मे भी जान है
रमण ने लहरा दिया
रमण प्रभाव का पहचन।।2।।

स्वदेशी अपनाने लगे
हम विदेशी भगाने लगे
खोजो का ये सिलसिला
लो चांद पे पानी मिला
USB भी हमने दिया
मत पुछो क्या क्या किया
हर गोविंद पे है नाझ हमे
दिया DNA का राज हमे
देश की स्वदेश की
है खोज pentium processor।।3।।

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